आज धूम धाम से बनेगा जावर में दशहरा
समिति अध्यक्ष कृष्णपाल ठाकुर, सचिव आकाश पांचाल और कोषाध्यक्ष रवि भावसार के नेतृत्व में होगा कार्यक्रम

ओजस्व समाचार MP LIVE अभिषेक शर्मा 9755552992

जावर।दशहरा पर्व बाबा की देन, समाधि पर पूरी होती हैं मन्नतें|जावर,नेवज नदी के किनारे स्थित प्राचीन श्रीराम मंदिर में चमत्कारी संत रामदास बाबा ने करीब सवा 300 साल पहले तपस्या की थी। यहीं उन्होंने जीवित समाधि ली थी। मंदिर में आज भी उनकी समाधि मौजूद है। हर साल दशहरे पर नगर में पर्व मनाया जाता है। मंदिर में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के साथ भक्त हनुमान की प्रतिमा है। दाईं ओर बाबा की समाधि है।
सामाजिक कार्यकर्ता धीरज सिंह बिंद्रा सेठ ने बताया, संत रामदास बाबा ने नगर में पांच परंपराएं शुरू की थीं। दशहरे पर पंचमी से दशमी तक रामलीला का मंचन होता है। पंचमी से राम, लक्ष्मण और सीता को नेवज नदी के तट पर पूजा के लिए ले जाया जाता है। श्रावण में पक्षियों को दाना चुगाया जाता है। भागवत सप्ताह भी होता है। ये परंपराएं आज भी जारी हैं।

दोपहर 1 बजे समाधि स्थल पर महाआरती होगी बुजुर्गों के अनुसार, बाबा रामदास बरसों पहले भोपाल से जावर आए थे। यहीं रहकर उन्होंने श्रीराम मंदिर की स्थापना की। मंदिर के पुजारी मोहन दास बैरागी ने बताया, दशहरा पर्व बाबा की देन है। बाबा की समाधि पर सच्चे मन से मन्नत मांगने पर मनोकामना पूरी होती है। नगर के नवयुवक और हिंदू उत्सव समिति हर साल महाआरती और श्रीराम बारात का आयोजन करते हैं।
इस बार भी समिति ने खास तैयारी की है। समिति अध्यक्ष कृष्णपाल ठाकुर, सचिव आकाश पांचाल और कोषाध्यक्ष रवि भावसार ने बताया, इस बार भी दशहरा पूरे उत्साह से मनाया जाएगा। दोपहर 1 बजे समाधि स्थल पर महाआरती होगी। इसके बाद श्रीराम मंदिर से डीजे और बैंड बाजे के साथ राम बारात निकलेगी।
