कोई भी सोयाबीन उत्पादक किसान भावान्तर योजना से वंचित न रहे- प्रभारी मंत्री श्रीमती गौर

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ओजस्व समाचार MP LIVE अभिषेक शर्मा 9755552992

जिले में भावांतर योजना के संचालन के संबंध में कलेक्टर ने दी जानकारीभावांतर योजना में अभी तक जिले के 5434 किसानों ने कराया पंजीयनआष्टा विधायक वर्चुअल जुड़े,दिये सुझाव

आष्टा । सरकार द्वारा खरीफ 2025 में सोयाबीन उत्पादक कृषकों के लिए भावांतर योजना लागू की गई है। भावांतर योजना के संबंध में पिछड़ा वर्ग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने विडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। आष्टा विधायक गोपालसिंह इंजीनियर उक्त वर्चुअल बैठक में आष्टा से वर्चुअल जुड़े ओर महत्वपूर्ण सुझाव भी रखे ।

प्रभारी मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि भावांतर योजना एक किसान हितैषी योजना है, इसका लाभ जिले के हर सोयाबीन उत्पादक किसान को मिलना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि भावांतर योजना के संबंध में व्यापक जागरूकता फैलाएं। योजना के सभी बिंदुओं की स्पष्ट जानकारी सोयाबीन उत्पादक किसानों तक पहुंचाई जाए। जिले के प्रत्येक सोयाबीन उत्पादक किसानों तक योजना के लाभ की जानकारी पहुंचाते हुए, योजना के तहत पंजीयन कराया जाये। विक्रय के दौरान हर मंडी में मॉडल रेट और समर्थन मूल्य का डिसप्ले किया जाए, जिससे किसानों को इनकी जानकारी रहे और व्यापारी व बिचौलिए फायदा न उठा पाएं। जिले के किसानों को भावांतर योजना के अंतर्गत सोयाबीन फसल के पंजीयन एवं विक्रय में कोई कठिनाई न हो, प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहे। उन्होंने कहा कि विकासखंड स्तर पर भी कृषकों और व्यापारियों के साथ बैठकें की जाएं। एसडीएम एवं नोडल अधिकारी विक्रय के दौरान प्रतिदिन मंडियों की मॉनिटरिंग करें। उन्होंने किसानों की मदद के लिए सभी मंडियों में हेल्प डेस्क बनाने के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में आष्टा विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर ने भावान्तर योजना के बेहतर संचालन के लिये सुझाव भी दिये।

कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने प्रभारी मंत्री श्रीमती गौर को जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी सोयाबीन उत्पादक किसानों के पंजीयन और भावांतर योजना के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 03 अक्टूबर से पंजीयन का कार्य प्रारंभ हो गया है और पंजीयन कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। अभी तक जिले के 5434 सोयाबीन किसानों ने पंजीयन करा लिया है। जिले में आठ कृषि उपज मंडिया हैं। सभी में पंजीयन की कार्यवाही चल रही है। सोयाबीन की बिक्री 07 मंडियों में की जायेगी। कलेक्टर श्री बालागुरू के ने बताया कि सभी मंडियों में किसानों की सुविधा के लिये हेल्प डेस्क बनाये गये हैं। वीसी में अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह सहित सभी एसडीएम एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी वीसी के माध्यम से शामिल हुये।

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